प्यार को प्यार ही रहने दो
बस - एक एहसास
नाम और रिश्तों से परे,
मुक्त....
दूर होकर भी दूर कहाॅ होता है
बाँध देने पर,
पास होकर भी
पास कहाॅ रहता है....
बधंन में कैसा एहसास....
तोते को पिंजरे में रख
उड़ना सिखाने सी बात है....
बाॅधने की कोशीश ही
उसे मार देती है....
बस - एक एहसास
नाम और रिश्तों से परे,
मुक्त....
दूर होकर भी दूर कहाॅ होता है
बाँध देने पर,
पास होकर भी
पास कहाॅ रहता है....
बधंन में कैसा एहसास....
तोते को पिंजरे में रख
उड़ना सिखाने सी बात है....
बाॅधने की कोशीश ही
उसे मार देती है....
आनन्द मुक्ति में है..
ReplyDeleteमुक्ति में ही आनन्द है बन्धु
ReplyDeleteप्यार एक उड़ान है...एक एहसास ...उसे ऐसे ही रहने देना ही उत्तम है ||
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