tag:blogger.com,1999:blog-1299454607126486818.post8061419593052966729..comments2023-11-03T18:32:40.672+05:30Comments on Main hoon...: शिव और शक्तिSuman Sinhahttp://www.blogger.com/profile/05417887549882830927noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-1299454607126486818.post-7072614241120515602010-10-13T13:28:31.384+05:302010-10-13T13:28:31.384+05:30जब असत्य सीमायें लाँघ जाता है
तो उसका वापस लौटना अ...जब असत्य सीमायें लाँघ जाता है<br />तो उसका वापस लौटना असंभव हो जाता है<br />..... असत्य अतिक्रमण करता है , ये उसका स्वभाव है और स्वभाव असत्य का तो बिल्कुल ही नहीं बदलता ...<br /><br />विकृति हद से गुजरने के बाद संस्कार बन जाती है<br />गुलाब कांटे तो बन सकते हैं<br />पर कांटे कभी गुलाब नहीं बन पाते<br />........<br />गुलाब गुलाब ही रहता है , परिस्थिति उसके ऊपर हावी होती है, पर गुलाब <br />कभी अपना स्वरुप नहीं खोता है ...<br /><br />सृजन के लिए भोलापन चाहिए<br />और भोलापन के श्रोत हैं शिव.... मन की निश्छलता ही सृजन करती है , सत्य है !<br /><br />आइये इस पर्व में हम अपने अन्दर झांके<br />शिव और शक्ति को तलाशें<br />......<br />तलाश ? <br />जिसके पास सृजन शक्ति है, जो विध्वंस से परे है ,<br />शिवशक्ति वहीँ हैंरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1299454607126486818.post-29187688670693758772010-10-13T10:04:53.622+05:302010-10-13T10:04:53.622+05:30बहुत खूबसूरत रचना ...
एक बार यहाँ भी देखें ...
...बहुत खूबसूरत रचना ...<br /><br /><br />एक बार यहाँ भी देखें ...<br /><br />http://charchamanch.blogspot.com/2010/10/20-304.htmlसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1299454607126486818.post-28187355808216934162010-10-12T00:20:37.551+05:302010-10-12T00:20:37.551+05:30बहत सुन्दर कविता ,बधाई.बहत सुन्दर कविता ,बधाई.ASHOK BAJAJhttps://www.blogger.com/profile/07094278820522966788noreply@blogger.com